बीते हुए प्यारे पलछिन, यानी बचपन के दिन हमेशा स्मृति में मीठे बनकर स्वाद घोलते रहते हैं। तरह-तरह की शरारतें और उन शरारतों में साथ देने वाला हमारा वह खास दोस्त, जो आज की औपचारिकता में लिपटी हुई मित्रमंडली के बीच बार-बार याद आता है। साथ में मिलकर किसी ...
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